अब जबकि रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन मिल्वौकी, विस्कॉन्सिन में समाप्त हो चुका है, यह साफ हो गया है कि नवंबर में 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी के अपेक्षित उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प न सिर्फ लोकप्रियता में इजाफा, जिसका उन्हें एक सप्ताह पहले हत्या के प्रयास से बचने के बाद से अनिवार्य रूप से लाभ मिला है, का फायदा उठा रहे हैं बल्कि अब उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी पर पूरा नियंत्रण स्थापित कर लिया है और इस संदर्भ में मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन का मुकाबला करने के लिहाज से मजबूत स्थिति में हैं। इस कन्वेंशन में कई चीजें पहली बार हुईं - न सिर्फ श्री ट्रम्प का भाषण हत्यारे की गोली से कान जख्मी कराने के अलावा सही-सलामत बच निकलने के बाद उनके द्वारा दी गई पहली बड़ी सार्वजनिक टिप्पणी थी, बल्कि खुद यह कन्वेंशन भी कोविड-19 महामारी के चलते 2020 में सभी सार्वजनिक राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए जाने के बाद पहली बार वास्तविक रूप से आयोजित की गई थी। यह भी जान पड़ता है कि जहां तक मतदाताओं के बीच श्री ट्रम्प के प्रति आकर्षण का सवाल है, रिपब्लिकन रणनीतिकारों ने इस जलवे को और ज्यादा हवा देना शुरू कर दिया है। इस आयोजन में पूर्व राष्ट्रपति की छवि, जो पिछले कुछ सालों के दौरान महिलाओं के बारे में उनकी अप्रिय टिप्पणियों के चलते खराब हो गई थी, को नरम करने के मकसद से महिलाओं की राजनीतिक ताकत को प्रदर्शित करने का अलग से एक प्रयास किया गया था। ट्रम्प की पत्नी मेलानिया इस कार्यक्रम में विरले रूप से हाजिर रहीं। साथ ही, उनकी 17 साल की पोती काई, उनकी बहू एवं रिपब्लिकन नेशनल कमेटी की सह-अध्यक्ष लारा, अरकंसास की गवर्नर सारा सैंडर्स, ट्रम्प की पूर्व प्रेस सचिव एवं भारतीय अमेरिकी उषा चिलुकुरी वेंस, जो चुनाव मैदान में ट्रम्प के साथी जे.डी. वेंस की पत्नी हैं, भी मौजूद रहीं।
ट्रम्प द्वारा आगामी चुनावी दौड़ में उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर 39 वर्षीय वेंस को चुनने के पीछे की रणनीति के बारे में विश्लेषण करने के लिए काफी कुछ है। ट्रम्प साफ तौर पर इस चुनाव में युवाओं को अपने पाले में लाने को लालायित हैं। वह श्वेत, पुरुषवादी अमेरिका वाले नजरिए के साथ भी जुड़े हुए हैं और आज देश के व्याकुल राजनीतिक माहौल में इसका एक मायने है। इस पहलू का एक भौगोलिक संदेश भी है - ओहियो के कनिष्ठ सीनेटर के रूप में, वेंस सभी महत्वपूर्ण ‘रस्ट बेल्ट राज्यों’ (औद्योगिक पतन से प्रभावित राज्य) - मध्य-पश्चिमी अमेरिका के ‘स्विंग राज्यों’, जो संभावित रूप से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की तकदीर बना या बिगाड़ सकने का माद्दा रखते हैं - में ट्रम्प के अभियान के साथ जुड़ाव की एक महत्वपूर्ण कड़ी भी बन सकते हैं। भले ही ट्रम्प की समग्र रूप से मजबूत स्थिति और कई राष्ट्रीय सर्वेक्षणों के मुताबिक ‘स्विंग राज्यों’ में उनकी बढ़त से इनकार नहीं किया जा सकता है, लेकिन राजनीति में तीन महीने का वक्त काफी लंबा माना जाता है और यह निश्चित रूप से अमेरिका पर भी लागू होता है।